*हिन्दुओ सावधान! नकली शंकराचार्य से बचें*

*हिन्दुओ सावधान! नकली शंकराचार्य से बचें*
*मीडिया में दिखाई देने वाले नकली शंकराचार्य की लिस्ट*
१.अधोक्षजानंद(पूरी मठ पर अवैध कब्जा करने की चेष्टा करने वाला)
२.वासुदेवानंद (कथित हिंदुत्ववादी सरकार द्वारा राममंदिर ट्रस्ट में लिया गया,ज्योतिर्मठ पर अवैध कब्जा करने वाला)
३.अच्युतानंद
४.माधवाश्रम
५.राजराजेश्वराश्रम
६. विश्वदेवानंदतीर्थ
७.नरेंद्रानंद
८.नागेंद्राश्रम
९. ओमकारानंद
१०.नृसिंह भारती
इन दस को मिलाकर कुल 282 के आसपास नकली शंकराचार्य घूम रहे है।

*समस्त भारतवर्ष की जानकारी हेतु*
*शंकराचार्य केवल चार ही है*

- पूर्व गोवर्धन मठ - श्रीमज्जगतगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती जी
- पश्चिम शारदा मठ - श्रीमज्जगतगुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी
- उत्तर जोशी मठ - श्रीमज्जगतगुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी
- दक्षिण श्रृंगेरी मठ - श्री भारती तीर्थ महास्वामी जी

आज कल *सेकड़ो फर्जी शंकराचार्य*  अपने नाम के आगे शंकराचार्य लिख के घूम रहे है तो बच के रहे इन पाखंडियो से मुख्य 4 पीठ के 4 शंकराचार्य ही है इनके अलावा कोई पांचवे शंकराचार्य नहीं है, अगर कोई ऐसा दावा करता है या करती है तो उस पाखंडी से बच के रहना चाहिए और *अलग से दो जूते भी मारने चाहिए।।*

आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार मठो का इतिहास
https://youtu.be/vJHJLrWxHPM

कांची मठ पर शंकराचार्य का खुलासा
https://youtu.be/uy-nacXAyEA

शासन तंत्र के द्वारा नकली शंकराचार्य को दंड मिलना चाहिए
https://youtu.be/cA4czOphE3Q

धर्म जी जय हो।।
अधर्म का नाश हो।।
हर हर महादेव 🚩🚩
जगतगुरु शंकराचार्य भगवन की जय हो।।
चतुषाम्नाय चतुष्पीठ 🙏🤗

🌞१ » पूर्वाम्नाय - गोवर्धनमठ - विमलापीठ

प्रथमआचार्य » श्रीपद्मपादजी
सम्प्रदाय » भोगवार
क्षेत्र » पुरुषोत्तम
देवता » श्रीजगन्नाथ
मठ की देवी » विमला 
तीर्थ » महौदधि
महावाक्य » ‘प्रज्ञानं ब्रह्म’
वेद » ऋग्वेद
गोत्र » कश्यप 
संन्यासी » वन तथा अरण्य
ब्रह्मचारी » प्रकाश 
वर्तमानशंकराचार्य » श्री निश्चलानन्दसरस्वतीजी (१४५ वें शंकराचार्य) 


🌞२ » पश्चिमाम्नाय - शारदामठ - भद्रकालीपीठ

प्रथमआचार्य » श्रीहस्तामलक 
सम्प्रदाय » कीटवार
क्षेत्र » द्वारका 
देवता » सिद्धेश्वर
मठ की देवी » भद्रकाली
तीर्थ » गोमति
महावाक्य » ‘तत्त्वमसि’
वेद » सामवेद
गोत्र » अविगत
संन्यासी » तीर्थ और आश्रम
ब्रह्मचारी » स्वरूप
वर्तमानशंकराचार्य » श्री स्वरूपानन्दसरस्वतीजी (७८ वें शंकराचार्य) 

🌞३ » उतराम्नाय - ज्योतिर्मठ - पूर्णागिरिपीठ

प्रथमआचार्य » श्री तोटकाचार्य
सम्प्रदाय » आनन्दवार
क्षेत्र » बदरिकाश्रम 
देवता » श्री मन्नारायण
मठ की देवी - पूर्णागिरि
तीर्थ » अलकनन्दा
महावाक्य » ‘अयमात्मा ब्रह्म’
वेद » अथर्ववेद
गोत्र » भृगु
संन्यासी » गिरि, पर्वत तथा सागर
ब्रह्मचारी » आनन्द 
वर्तमानशंकराचार्य » श्री स्वरूपानन्दसरस्वती जी

🌞४ » दक्षिणाम्नाय - शृङ्गेरीमठ - कामाक्षीपीठ

प्रथमआचार्य » श्री सुरेश्वर
सम्प्रदाय » भूरिवार
क्षेत्र » रामेश्वर
देवता » श्रीवाराह
मठ की देवी » कामाक्षी
तीर्थ » तुंङ्गभद्रा
महावाक्य » ‘अहं ब्रह्मास्मि’
वेद » यजूर्वेद 
गोत्र » भूर्भुवः 
संन्यासी » सरस्वती, भारती एवं  पुरी 
ब्रह्मचारी » चैतन्य
वर्तमानशंकराचार्य » श्री भारती तीर्थ जी (३६ वें शंकराचार्य)

साभार - ब्रह्मचारी अरविन्दप्रकाशः

✍️..विराट भट्ट पुराणोपासक

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